ललित मोदी प्रकरण में सरकार की समस्याओं में इजाफा करते हुए कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह जानना चाहती है कि क्या किसी केंद्रीय मंत्री के किसी रिश्तेदार को हाल में ललित मोदी से नौकरी की कोई पेशकश की गई थी।
साथ ही कांग्रेस ने इस मामले में पीएम के समक्ष छह और मांग रखे, जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और ब्रिटेन के भारत स्थित उच्चायुक्त जेम्स बेवन के बीच हुई बैठक का ब्यौरा सार्वजनिक करना शामिल है, जिसमें कहा गया है कि सुषमा ने ललित मोदी को यात्रा से जुड़ा दस्तावेज प्रदान करने का पक्ष लिया था।
इस मामले में सभी जानकारियों का खुलासा करने पर जोर देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि सुषमा स्वराज ने स्वयं स्वीकार किया कि ब्रिटिश उच्चायुक्त के साथ बैठक हुई थी।
उन्होंने कहा, बैठक के ब्यौरे में ललित मोदी के लिए मदद मांगने की बात दर्ज है। यह विदेश मंत्रालय में है और इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
सुरजेवाला ने मांग की कि सुषमा स्वराज का इस मामले में बेवन या ब्रिटिश विदेश मंत्री के साथ किसी तरह के संवाद को जारी किया जाना चाहिए।
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री यह भी स्पष्ट करें कि ललित मोदी ने हाल में किसी केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदार को नौकरी की पेशकश की थी और उन्हें किस तरह की नौकरी की पेशकश की गई। कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी पेशकश जरूर की गई होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर ऐसे किसी बात का उल्लेख नहीं है, हालांकि सरकारी कामकाज के नियमों के अनुसार मंत्री को ऐसे किसी पेशकश की जानकारी प्रधानमंत्री को देनी चाहिए।
सुषमा स्वराज को बर्खास्त करने की मांग करते हुए सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि माधव सिंह सोलंकी और नटवर सिंह ने उच्च स्तर की शुचिता का परिचय देते हुए अपने खिलाफ आरोप लगने पर इस्तीफा दे दिया था जब वे विदेश मंत्री थे।
उन्होंने कहा कि नैतिक और संवैधानिक शुचिता का तकाजा है कि प्रधानमंत्री, सुषमा और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस्तीफा देने के लिए कहें।
कांग्रेस प्रवक्ता ने शैक्षणिक योग्यता से जुड़े विवाद के संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मति ईरानी के भी इस्तीफे की मांग की।
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ललित मोदी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पूर्व आईपीएल आयुक्त इस बारे में कांग्रेस की सुषमा और राजे के इस्तीफे की मांग से ध्यान बांटना चाहते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, छोटा मोदी, बड़े मोदी की मदद कर रहा है। वह संकटमोचक बन गया है। छोटा मोदी, सरकार और भाजपा में किसी की शह पर काम कर रहा है। कांग्रेस के संबंध में आरोपों पर उन्होंने कहा कि ये हास्यास्पद आरोप हैं।
उन्होंने कहा कि वह इस्तीफे की मांग से ध्यान बांटने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस ध्यान नहीं भटकने देगी और नहीं रूकेगी। कांग्रेस ने सरकार पर अपना हमला ऐसे समय में तेज कर दिया है जब संसद का मानसून सत्र 20 दिन बाद शुरू होने वाला है।
सुरजेवाला की अन्य मांगों में ललित मोदी के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर ब्रिटेन के साथ कांग्र्रेस नीत संप्रग के सभी संवाद और इस मुद्दे पर ब्रिटेन के अधिकारियों को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा लिखे गए पत्रों को जारी करना शामिल है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सुषमा स्वराज को इस बात का भी खुलासा करना चाहिए कि फरार ललित मोदी से उनकी टेलीफोन पर कितनी बार बात हुई, उन्होंने या उनके परिवार के किसी सदस्य ने उससे कितनी बार बात की और क्या वे ईमेल या अन्य माध्यम से सम्पर्क में थे ।
प्रधानमंत्री पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी मौनयोग में हैं जबकि उन्होंने देश के लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त एवं पारदर्शी सरकार का वादा किया था।
साथ ही कांग्रेस ने इस मामले में पीएम के समक्ष छह और मांग रखे, जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और ब्रिटेन के भारत स्थित उच्चायुक्त जेम्स बेवन के बीच हुई बैठक का ब्यौरा सार्वजनिक करना शामिल है, जिसमें कहा गया है कि सुषमा ने ललित मोदी को यात्रा से जुड़ा दस्तावेज प्रदान करने का पक्ष लिया था।
इस मामले में सभी जानकारियों का खुलासा करने पर जोर देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि सुषमा स्वराज ने स्वयं स्वीकार किया कि ब्रिटिश उच्चायुक्त के साथ बैठक हुई थी।
उन्होंने कहा, बैठक के ब्यौरे में ललित मोदी के लिए मदद मांगने की बात दर्ज है। यह विदेश मंत्रालय में है और इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
सुरजेवाला ने मांग की कि सुषमा स्वराज का इस मामले में बेवन या ब्रिटिश विदेश मंत्री के साथ किसी तरह के संवाद को जारी किया जाना चाहिए।
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री यह भी स्पष्ट करें कि ललित मोदी ने हाल में किसी केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदार को नौकरी की पेशकश की थी और उन्हें किस तरह की नौकरी की पेशकश की गई। कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी पेशकश जरूर की गई होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर ऐसे किसी बात का उल्लेख नहीं है, हालांकि सरकारी कामकाज के नियमों के अनुसार मंत्री को ऐसे किसी पेशकश की जानकारी प्रधानमंत्री को देनी चाहिए।
सुषमा स्वराज को बर्खास्त करने की मांग करते हुए सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि माधव सिंह सोलंकी और नटवर सिंह ने उच्च स्तर की शुचिता का परिचय देते हुए अपने खिलाफ आरोप लगने पर इस्तीफा दे दिया था जब वे विदेश मंत्री थे।
उन्होंने कहा कि नैतिक और संवैधानिक शुचिता का तकाजा है कि प्रधानमंत्री, सुषमा और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस्तीफा देने के लिए कहें।
कांग्रेस प्रवक्ता ने शैक्षणिक योग्यता से जुड़े विवाद के संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मति ईरानी के भी इस्तीफे की मांग की।
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ललित मोदी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पूर्व आईपीएल आयुक्त इस बारे में कांग्रेस की सुषमा और राजे के इस्तीफे की मांग से ध्यान बांटना चाहते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, छोटा मोदी, बड़े मोदी की मदद कर रहा है। वह संकटमोचक बन गया है। छोटा मोदी, सरकार और भाजपा में किसी की शह पर काम कर रहा है। कांग्रेस के संबंध में आरोपों पर उन्होंने कहा कि ये हास्यास्पद आरोप हैं।
उन्होंने कहा कि वह इस्तीफे की मांग से ध्यान बांटने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस ध्यान नहीं भटकने देगी और नहीं रूकेगी। कांग्रेस ने सरकार पर अपना हमला ऐसे समय में तेज कर दिया है जब संसद का मानसून सत्र 20 दिन बाद शुरू होने वाला है।
सुरजेवाला की अन्य मांगों में ललित मोदी के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर ब्रिटेन के साथ कांग्र्रेस नीत संप्रग के सभी संवाद और इस मुद्दे पर ब्रिटेन के अधिकारियों को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा लिखे गए पत्रों को जारी करना शामिल है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सुषमा स्वराज को इस बात का भी खुलासा करना चाहिए कि फरार ललित मोदी से उनकी टेलीफोन पर कितनी बार बात हुई, उन्होंने या उनके परिवार के किसी सदस्य ने उससे कितनी बार बात की और क्या वे ईमेल या अन्य माध्यम से सम्पर्क में थे ।
प्रधानमंत्री पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी मौनयोग में हैं जबकि उन्होंने देश के लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त एवं पारदर्शी सरकार का वादा किया था।
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