उपराज्यपाल नजीब जंग ने तिहाड़ जेल से दो विचाराधीन कैदियों के फरार होने की घटना की आज मैजिस्ट्रेट से जांच कराने का आदेश दिया।
जंग ने जिला मैजिस्ट्रेट (दक्षिण पश्चिम) अंकुर गर्ग को इस मामले की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।
देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक तिहाड़ जेल की सुरक्षा को चकमा देकर दो विचाराधीन कैदी जेल की चारदीवारी के पास से सुरंग बनाकर फरार हो गए।
हालांकि उनमें से एक को बाद में पकड़ लिया गया जबकि एक अन्य को पकड़ने के लिए खोज अभियान जारी है।
यह सनसनीखेज घटना शनिवार-रविवार के बीच की रात को घटा। इस बारे में जेल अधिकारियों को तब पता चला जब सुबह के हाजिरी सत्र में दोनों कैदी अनुपस्थित पाए गए।
दोनों कैदियों की पहचान फैजान और जावेद के रूप में हुई है और दोनों को चोरी के आरोप में सजा हुई थी।
जेल सूत्रों के अनुसार फैजान और जावेद को पिछले कुछ महीनों से तिहाड़ की जेल क्रमांक सात में रखा गया था। शनिवार की रात उन्होंने अपने वार्ड की दीवार को पार किया और जेल क्रमांक आठ में पहुंच गए जिसकी दीवार तिहाड़ परिसर की चारदीवारी है।
फिर दोनों लोगों ने इस दीवार के पास एक सुरंग खोदी और पास में बह रहे एक नाले के माध्यम से जेल से फरार हो गए। फैजान को जल्द ही पकड़ लिया गया जबकि जावेद जेल प्रशासन को चकमा देने में कामयाब रहा।
जावेद को पकड़ने के गंभीर प्रयासों में असफल रहने के बाद जेल प्रशासन ने रविवार रात को पुलिस को सूचित किया। इस संबंध में कल रात पश्चिमी दिल्ली के हरिनगर थाने में एक मामला दर्ज कराया गया है और फरार कैदी को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं।
इस संबंध में किए गए फोन कॉल का तिहाड़ के डीजी आलोक वर्मा और डीआईजी/ प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कोई जवाब नहीं दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना के संबंध में जेल प्रशासन ने उन्हें बहुत देर से सूचना दी।
जंग ने जिला मैजिस्ट्रेट (दक्षिण पश्चिम) अंकुर गर्ग को इस मामले की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।
देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक तिहाड़ जेल की सुरक्षा को चकमा देकर दो विचाराधीन कैदी जेल की चारदीवारी के पास से सुरंग बनाकर फरार हो गए।
हालांकि उनमें से एक को बाद में पकड़ लिया गया जबकि एक अन्य को पकड़ने के लिए खोज अभियान जारी है।
यह सनसनीखेज घटना शनिवार-रविवार के बीच की रात को घटा। इस बारे में जेल अधिकारियों को तब पता चला जब सुबह के हाजिरी सत्र में दोनों कैदी अनुपस्थित पाए गए।
दोनों कैदियों की पहचान फैजान और जावेद के रूप में हुई है और दोनों को चोरी के आरोप में सजा हुई थी।
जेल सूत्रों के अनुसार फैजान और जावेद को पिछले कुछ महीनों से तिहाड़ की जेल क्रमांक सात में रखा गया था। शनिवार की रात उन्होंने अपने वार्ड की दीवार को पार किया और जेल क्रमांक आठ में पहुंच गए जिसकी दीवार तिहाड़ परिसर की चारदीवारी है।
फिर दोनों लोगों ने इस दीवार के पास एक सुरंग खोदी और पास में बह रहे एक नाले के माध्यम से जेल से फरार हो गए। फैजान को जल्द ही पकड़ लिया गया जबकि जावेद जेल प्रशासन को चकमा देने में कामयाब रहा।
जावेद को पकड़ने के गंभीर प्रयासों में असफल रहने के बाद जेल प्रशासन ने रविवार रात को पुलिस को सूचित किया। इस संबंध में कल रात पश्चिमी दिल्ली के हरिनगर थाने में एक मामला दर्ज कराया गया है और फरार कैदी को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं।
इस संबंध में किए गए फोन कॉल का तिहाड़ के डीजी आलोक वर्मा और डीआईजी/ प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कोई जवाब नहीं दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना के संबंध में जेल प्रशासन ने उन्हें बहुत देर से सूचना दी।
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